एक पत्र मृत्यु के देवता यमराज के नाम
वर्तमान समय में कोरोना की वैश्विक महामारी के कारण देश व प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूर्णतया चरमरा गयी है। कोरोना काल के दूसरी लहर के संक्रमण मौत के आंकड़ो को बढ़ा दिया है। चारो ओर शोकाकुल लोगों को रोते बिलखते मन चीत्कार कर रहा है। नाकारात्मक सोच के कारण लोग प्रतिपल अनिष्ट की आंशका से अन्दर से घुटन महसूस कर रहे है कि कब किसका आक्सीजन का लेवल कम हो जाये व काल के ग्रास मे समा जाये। उसके साथ ही साथ यहां पर व्याप्त भ्रष्टाचार इस लोक में लोगों के जीने के अधिकार को छीन रहा है। जब आप लोग जीवित रहेंगें तभी तो भौतिक सुविधाओं का उपभोग करेंगें।
हमारी हिन्दू संस्कृति में यह मान्यता है कि मृत्यु के देवता यमराज ही यहां के लोगो अपने साथ स्वर्ग लोक ले जाते है। हम हास्य-व्यंग के माध्यम से काल के देवता यमराज व उनकी सवारी भैसे को एक पाती भेज रहे है।
मृत्यु के देवता यमराज का पृथ्वी लोक में आगमन
आजकल यमराज अपनी सवारी भैंसा के साथ मृत्यु लोक में भ्रमण कर रहे है तथा रात-दिन पृथ्वी लोक में अपनी उपस्थिति दर्ज करा है। वह रात-दिन विचरण करते हुए हर उम्र के बच्चो युवाओं व बुजुर्गो को अपने साथ ले जाने को आतुर है। हमें यह समझ में नही आता कि आखिर यमराज आये दिन ओवर टाइम कर पैसा बनाने की फिराक में क्यों है। आप स्वर्ग लोक के किस देवता के आज्ञा पर मृत्यु लोक का चक्कर लगा रहे है। अगर आप यहां पर अपनी सवारी के साथ भ्रमण करेगें तो आप भी कोरोना की चपेट मे आ जायेगें। तब आप व आपकी की सवारी भैसा का भी अन्तकाल हो जायेगा।
हम एक विचार आपसे साझा करना चाहते हैं कि वास्तव में पृथ्वी लोक में ऐसे लोग है जो जीना नही चाहते है वे इस लोक से उब गये है बीमार लाचार व अशक्त लोग जो अपनी स्वेच्छा से स्वर्ग लोक जाना चाहते है। तब हम अपका काम हल्का करने के लिए आप से एक डील करते है या सेटिंग करते है।
आप इस लोक के किसी दर्शनीय सुरम्य श्रमणीय पर्यटनीय स्थल पर अपनी सवारी के साथ बैठ जाये। यहां की प्राकृतिक मनोहर छटा का आन्नद ले। इस लोक में उपलब्ध समस्त भौतिक संसाधनो जैसे मनोरंजन के साधन टीवी इन्टनेट के माध्यम से अपने को रिलेक्स महसूस करे। आप इस लोक के सुन्दर उपवन में बैठ कर सुस्वादु भोजन का आनन्द लें । आपकी सवारी भैंसा भी आराम से बैठकर जुगाली करे ।
जो व्यक्ति वृ़द्ध है बीमारी से ग्रसित है वह आपके पास पहुंच जायेगा, वह बिना प्रतिरोध के बिना रोने धोने के साथ उसे अपने साथ ले जाइयेगा जो व्यक्ति संसार से अपनी इच्छा से स्वर्गवासी होना चाहते है वह आपकी शरण मे आ जायेगा। आप को इस लोक की गलियों में विचरण करने के लिए भटकना नही पड़ेगा। आप ब्रह्मलोक के देवता से बता सकेगें की आप अपना काम कितनी कुशलता से भगवान के आदेश का पालन कर रहे है। आपको ब्रह्मलोक में अच्छा वेतनमान भी मिल जायेगा तथा प्रमोशन भी मिल जायेगा।
हम पृथ्वी लोक के वासी आपसे हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि हमें इस लोक में रहने की इच्छा को शिरोधार्य करे। आप अपनी सवारी के साथ इस लोक से प्रस्थान करें । अगर आप ज्यादा भ्रमण करेंगें तो आप इस लोक में व्याप्त कोरोना की महामारी से बच नही पायेगें व आप की मृत्यु निश्चित हो जायेगी। आप वापस ब्रह्म-लोक नही जा पायेेगें। तथा आप भी सामान्य मानव की तरह पृथ्वी लोक में व्याप्त भ्रष्टाचार के शिकार होकर यहां के स्थायी नागरिक बन जायेगें।
4 comments:
इस कोरोना काल मे जहाँ लोग नकारात्मक हो रहे है,वहाँ ये हास्य अभिव्यक्ति एक मरहम का काम कर रही है। बहुत अच्छी अभिव्यक्ति।
Very good
व्यंग्य के माध्यम से यमराज को उचित सलाह बहुत सुन्दर हास्य अभिव्यक्ति ��
Very funny
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