शाकाहार भोजन की तरफ बढ़ता रूझान ( विश्व शाकाहार दिवस)

 

शाकाहार भोजन की तरफ बढ़ता रूझान  

(विश्व शाकाहार दिवस)


    1 अक्टूबर को यह विश्व शाकाहार दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि लोगो का फल.फूल व सब्जियो को अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा शामिल करना है। इसके साथ ही लोगो को शाकाहार भोजन की ओर रूझान उत्पन्न करना है। आप अपने आहार में शाकाहार भोजन करे या मांसाहार करे  यह आपकी रूचि व स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। किन्तु ज्यादा तर विशेषज्ञो का मानना है कि भोजन में शाकाहार व मांसाहार भोजन का संतुलित समावेश करना चाहिये।

 1 अक्टूबर 1977 को नार्थ अमेरिकन वेजीटेरियन सोसाइटी वल्र्ड वेजीटेरियन डे की शुरूआत की थी। 


शाकाहार भोजन की तरफ बढ़ता रूझान ( विश्व शाकाहार दिवस)
शाकाहार भोजन की तरफ बढ़ता रूझान
 ( विश्व शाकाहार दिवस)


हमारे पूर्वज पहले कन्दमूल फल शाकासब्जियोें को अपने आहार में शामिल करते थे किन्तु धीरे.धीरे मानव सभ्यता के विकास से साथ लोग अपने भोजन मेें मांसाहार को भी शामिल करने लगे। पाश्चात्य देशों में तो मांसाहार का सेवन किया जाता है। विश्व में हर जगह मांसाहार का सेवन किया जाता है।

    प्रत्येक व्यक्ति अपने पारिवारिक सामाजिक सांस्कृतिक पृष्ठभूमि व भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार खान.पान निर्धारित होता है। शारिरिक परिश्रम के अनुसार चयन करते है। क्योंकि  जहांपर ज्यादा ठंड पड़ती या जहां पर खाद्यान्न की उपलब्धता नही होती तो वे जीव जन्तुओ को अपने भोजन में शामिल कर लेते है। चीन में तो हर जीवजन्तु व कीड़े मकोड़े को का भोजन करते हैं क्योेकि चीन में आकाल के समय खाद्यान्न की आपूर्ति न होने पर वे सब मांसाहार  भोजन का ज्यादा प्रयोग करने लगें। बहुत से मांसाहारियों का कहना है कि अगर हम पशुओं का मांस नही खायेगे तब प्रकृति में संतुलन स्थापित नही हो पायेगा तथा भूमि पर जीव.जन्तु फैल जायेगे। 

कुछ लोगो का मानना है कि शाकाहार भोजन में पौष्टिक तत्वो की कमी रहती है।  किन्तु वे इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर होते है जो खाना पचाने मेें सहायक होते है।

 इसके विपरीत मांसाहार भोजन खाने में गरिष्ठ होता है तथा यह देर से हजम होता है। वैसा देखा जाये तो अगर आप उबाल कर खाते है तो इसमें पोषक तत्व मिल जाते है किन्तु अगर मसाले दार बनाया जाये तोे यह स्वादिष्ट होता है किन्तु ज्यादा पौष्टिक नही होता। 


शाकाहार  में फल.फूल सब्जियों व दुग्ध उत्पाद को शामिल करते है।

मंसाहार में मछली अंडा व अन्य जीव जन्तु का भोजन किया जाता है। 

मांसाहार और शाकाहार भोजन का तुलनात्मक अध्ययन 

वैज्ञानिको द्वारा किये गये अध्ययनों से पता चलता है कि शाकाहारी भोजन करने से हद्य.रोग मधुमेहए  रक्तचाप व उच्च कोलेस्टृोल का खतरा कम रहता है। शाकाहार भोजन में मिथक है कि प्रोटीन नही होता किन्तु यह गलत धारणा है। टोफू पनीर दाल छोले क्विआनो सोया मशरूम चना बीन्स बादाम काजू अखरोट में होता है। शाकाहारी भोजन सात्विक होता है तथा इसके सेवन से सात्विक विचार आते हैं। शाकाहारी भोजन में कम कार्बाेहाइडेट होते है। जैसे डेयरी प्रोडेक्ट चिया सीड् सब्जियां टमाटर बैगन शिमला मिर्च ब्रोकली। 

फिटनेस फ्रिक कहते है कि शाकाहारी भोजन से कमजोरी हो सकती है। सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग भारत में रहते है। पिछले दो तीन दशको से इसे सेहत का अच्छा विकल्प माना जाता है। 

एकेडेमिक आफ न्यूटीशन व डायटिक्स (Academic of nutrition and dietetics) में कहा गया है कि  शाकाहारी आहार में इन चीजो को शामिल करना चाहिए।  अपने आहार में साबुत आनाज सब्जियों दाल फलियां व सुखे मेवे अंकुरित अनाजो का सेवन करे। वसा रहित व कम वसावाले दूध उत्पादों का सेवन करे। चीनी तेल मैदे  नमक का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।  

हम यहां पर भोजन पाये जाने वाले पोषक तत्वोे का उल्लेख करते है।

मांसाहार में प्रोटीन ए फैटी एसिड माइक्रो न्यूट्एिंटस जैसे जिंक सेलेनियम ए व विटामिन बी12 काफी मात्रा में होता है ।  किन्तु शाकाहार में पोषक तत्वो की कमी हो जाती है। इनमें हड्डी की कमजोरी व थकान के लक्षण देखने को मिलते है। भोजन के सप्लीमेन्ट्स जैसे आइरन व कैलिशियम की गोलियां लंबे समय तक नही लेनी चाहिए।

कैल्शियम    दूध से बने उत्पादों हरी पत्तेदार सब्जियों ब्रोकली सूखे मेवा व पनीर में प्रचुर मात्रा मेे पाया जाता है।

विटामिन बी 12  तंत्रिकाओ को दुरूत रखता है। मोटा अनाज दूध पनीर व सोया उत्पादो में पाया जाता है। 

आयोडीन     का प्रयोग मेटाबाल्स्मि को तेज करता है। शाकाहारी लोग फूलगोभी ब्रोकली शकरकन्द आयोडीन                          युक्त नमक का सेवन करें।

आयरन     मांसाहार भोजन में आयरन काफी मात्रा में होता है किन्तु किन्तु शाकाहार में आयरन साबुत आनाज                     हरी पत्तेदार सब्जियां केला चुकन्दर मंूगफली गुड़ किशमिश अखरोट आयरन के अच्छे स्रोत है। 

जिंक          शरीर के जरूरी तत्व है जो कद्दू के बीज चिया सीड्स पनीर डेयरी प्रोडक्ट  

प्रोटीन       दूध दही पनीर व सूखे मेवे 100ग्राम सोयाबीन में 36 ग्राम प्रोटीन होता है 

ओमेगा 3 फैटी एसिड      मछलियां अच्छा सो्रत है किन्तु शाकाहारियो के लिए चिया. सीडस अलसी के बीज व अखरोट राजमा सोयाबीन का तेल को आपने खान पान में शामिल करें।

 

अब हम अन्त में यह कह सकते है कि  आप क्या खाये या न खाये यह आपकी रूचि के अनुसार हो सकता है। किन्तु हम यह तो कह सकते है कि संतुलित आहार ही मानव स्वास्थ्य की धरोहर है। हम अपने आहार में संतुलन स्थापित करना चाहिए व  शारिरिक गतिविधियों के हिसाब खान.पान को संतुलित करना चाहिए।

ज्यादातर देशों में मांसाहार भोजन  का ही चलन है। किन्तु जब कई तरह की बिमारियां घेर लेती है जैसे मोटापाए उच्च.रक्तचापए हद्यरोग व उच्च कोलेस्ट्ल तब आपको अपने भोजन में शाकाहारी आहार को शामिल करना चाहिए। जिससे आप ज्यादा स्वास्थ्य जीवन जी सके। 





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Hi. I’m Madhu Parmarthi. I’m a free lance writer. I write blog articles in Hindi. I write on various contemporary social issues, current affairs, environmental issues, lifestyle etc. .

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