कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी

कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी


कोरोना महामारी प्रकृति का ताण्डव है या मानवीय भूल-चूक का परिणाम है।  कोरोना संक्रमण चीन के बुहान शहर से निकल कर एक महामारी के रूप पूरे विश्व में फैल गया है। इस वायरस ने चीन, इटली, अमेरिका, स्पेन, ब्रिटेन, जर्मन, फ्रांस आदि सभी विकसित व विकास शील देशो में भारी तबाही मचायी है। इस संक्रमण से करीब 14 लाख लोगो को अपना शिकार बनाया है तथा  80 हजार लोगो की मृत्यु हो गयी है लगभग 3 लाख लोग इस बीमारी से ठीक हुए है।  इस का कहर बुहान को सी-फूड मार्केट से शुरू हुआ तथा पर्यटको के द्वारा देश के हर कोने मे फैल गया। इस वायरस के संक्रमण ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बोरिस जाॅनसन प्रिन्स चाल्र्स, जर्मन चान्सलर एंजोला मार्केल, साउदी अरब के प्रिन्स के परिवार के लोग व देश विदेश की बड़े लोग भी इसकी चपेट मे आ गये।
 कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी,CO-VI-D-19
कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी




कोरोना उद्गम स्थल
कहा तो यह जा रहा है कि यह चमगादड़ के सूप पीने से यह वायरस फैला हैै। किन्तु अब विश्व स्तर पर लोग दबी जबान यह भी कह रहे हैं कि यह एक जैविक हथिवार के रूप चीन के लैब में तैयार किया गया किन्तु दुर्भाग्य-वश लैब में वायरस लीक कर गया जिससे पहले यह जानवर में संक्रमित होने के बाद बुहान के लोगो को संक्रमित हो गया तथा यह चीन सहित अन्य देशों  में फैल गया।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष टेड्स गेब्रेयेसस ने इसे महामारी घोषित किया कहा कि इस प्रकार के वायरस को पहले कभी नही देखा गया। इस महामारी को दुनिया के करीब 180 देशों को अपने गिरफ्त मेें ले लिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा लोगोें की मृत्यु हुयी है। दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, हांगकाॅग ने इस वायरस को रोकने में बहुत अच्छी तरह से लगाम लगायी है।

कोरोना वायरस क्या है। 

कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग है जो व्यक्ति के खांसने, छीकने से फैलता है। इस वायरस से संक्रमित लोगो के छूने हाथ मिलाने व साथ-साथ  बैठने से अनजाने में ही लोग इससे संक्रमित हो जाते है। इससे संक्रमित होने के लक्षण दो तीन दिन से लेकर 14 दिन में प्रकट होते है। इसके प्रमुख लक्षणों में गले खराश व दर्द का अनुभव  सूखी खांसी व तेज बुखार होता हैै। चूंकि इस नये वायरस से लड़ने के लिए कोई कारगार दवाई नही बनी  है इसको बाजार तक पहुंचने कम से कम एक से डेढ़ वर्ष का समय लगेगा। अभी चिकित्सक मलेरिया,स्वाइनफलु, एचआईवी की दवा लोगो को ठीक किया जा रहा है। इस बिमारी का विस्तार एक व्यक्ति से ढाई लोगो में तथा आगे से उन लोगो से श्रंखला में होते हुए सम्पर्क में आये सैकड़ो लोगो का संक्रमित  करने का खतरा रहता है।

वायरस की प्रकृति
यह वायरस तांबे में चार घंटे, स्टील में आठ घंटे व प्लास्टिक में दस घंटे सक्रिय रहता है। इस लाॅक-डाउन के कारण कोरोना की जद में कम कम लोग आयेगे क्योंकि यह बिना दिखे हुए किसी को भी प्रभावित करता है। लाॅक-डाउन का मुख्य कारण यह है कि कोरोना के वायरस को  समाप्त करना है। इसलिए इस वायरस से बचने के लिए लाॅक-डाअन करने का प्रधानमंत्री मोदी का प्रयास सराहनीय है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था चरमारायेगी किन्तु उनका कहना है कि जान है तो जहान है तथा लोगो की जान बचाना उनका प्रथम कर्तव्य है। हमारे देश की चिकित्सा क्षेत्र की सुविधा विकसित देशो की तुलना में बहुत कम है। हमारे देश में 130 करोड़ जनसंख्या का घनत्व 1 किलोमीटर पर 450 लोगो का है यह बिमारी हमारे देश में स्टेज 2 में है अगर यह स्टेज 3 अर्थात सामुदायिक रूप से प्रवेश करेगी तो बिमारी को संभालना मुश्किल होगा। 

यह मुख्यता विदेश की यात्रा कर आये  लोगो द्वारा संक्रमित है। विदेश से यात्रा कर आये लोगो को 14 दिन क्वारंटिन अर्थात एकांतवास में रहने को कहा जाता हैै किंतु वे व्यक्ति इस रोग की गंभीरता को नजर अंदाज करते हुए पब्लिक स्थान में घुमते है तो वे घर में रहने वाले रिश्तेदारो व सम्पर्क में आये अन्य लोगो को संक्रमित करते है जिसने एक माहामारी का रूप ले लिया है।

अब हम यहां पर कोरोना के संक्रमण में अब तक के उपलब्ध आंकड़ो का मूल्यांकन करते है।
विश्व में 14लाख लोग संक्रमित है जबकि मृत्यू 80000 हुई है तथा तीन लाख लोग ठीक हुए है। स्पेन इटली अमेरिका में ज्यादा प्रभावित हुए है।  आज की तारीख में भारत में 6500 लोग संक्रमित है जबकि 150 लोगो की मृत्यु हो गयी तथा 485 लोग ठीक हुए है। 

इसके प्रसार में कुछ मुठठी भर तबलीगी जामात के लोग कोरोना के खौफ से न डरते हुए मस्जिद  में एकत्रित होकर नमाज पढ़ने की जिद मे जुटे रहे। विदेशो से आये तबलीगी जमात के लोग मरकत में शामिल हुए तथा कोरोना संक्रमण के शिकार हुए तथा जिस देश के विभिन्न राज्यों व शहरो में लौटकर  गये तथा  पूरे देश को कोरोना के वायरस को फैलाने में योगदान दिया। अभी भी मरकत में शामिल लोग अपनी पहचान छिपाते हुए अपने संपर्क में आये लोगो का संक्रमित करने से देश में लोगो की संख्या बढ़ाया। 

 यह वायरस देश के सभी प्रदेशों में फैल गया है। जबकि दिल्ली महारष्ट्र यूपी केरल राजस्थान मध्यप्रदेश चंडीगढ़, उड़ीसा में ज्यादा तेेजी से बढ़ रहा है। यहां पर विभिन्न राज्यों के कुछ को हाट-स्पाॅट क्षेत्रों को सील कर दिया गया है, तथा वहां के लोगो को किसी भी तरह घर से बाहर निकलने पर पूर्ण पाबन्दी तथा उनकी सारी जरूरतों को प्रशासन द्वारा पूर्ण किया जायेगा। हाॅट-स्पाॅट क्षेत्रों को सील करने से इस वायरस के प्रसार को रोकना है। अगर संक्रमित लोगो के आंकड़े लगातार बढ़ रहे  है तो ऐसी संभावना है कि सरकार द्वारा लाॅक-डाउन की अवधी बढ़ाये जाने की समीक्षा की जा सकती है।

कोरोना से बचना हमारी जिम्मेदारी व समझदारी। सोशल डिस्टेन्सिंग ही कारगार उपाय है।

इसके मद्देनजर हर चैाक चैाराहे सार्वजनिक स्थलों  गली मोहल्ले को सेनिटाइज् किया जा रहा है इसके लिए दमकल की गाड़ियो को प्रयोग किया जा रहा है, जिससे इस वायरस के संक्रमण का विस्तार नहीं होगा।
इस वायरस से पीड़ित लोगो के लिए बड़ी स्ंख्या में आइसोलेशन वार्ड बनाये गये है। रेल के डिब्बों को भी आइसोलेशन वार्ड में बदला गया है।
ज्यादा से ज्यादा मास्क, वेंटीलेटर, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगो के लिए पीपीटी किट तथा दवाई की उपलब्घता सुनिश्चित की जा रही है।
सरकार का यह प्रयास है कि कोरोना टेस्ट ज्यादा से ज्यादा लोगो को किया जाये इसके  लिए सरकारी व प्राइवेट लैब में सुविधा दी जा रही है।
सरकारी योजना के तहत जन-धन खाताधारको निश्चित राशी प्रदान की जा रही है।
समाजसेवी संस्थाये भी घर में रह रहे लोगो को व दैनिक वेतन भोगी लोगो को खाद्य सामग्री आवश्यक वस्तुओ व दवाई की उपलब्धता प्रदान की जा रही है। केंद्र सरकार व राज्य सरकार के अधिकारी यह सुनिश्चित करे की कोई भूखा न सोये ।

इस वायरस के संक्रमण को बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है हर टीवी चैनल, रेडियो समाचार पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से लाॅक-डाउन को पूरी तरह से पालन करने घर में रहने तथा आवश्यक काम से अगर बाहर जाना भी पड़ता है तो लोगो में एक मीटर की दूरी बनाकर रखने का प्रयास करना है, चेहरे का मास्क या कपड़े ढक कर रखना है। अगर संक्रमित पाये जाते है तो 14 दिन के लिए क्वारंटिन में रखा जाता है।

डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी पुलिस प्रशासन  पत्रकार मीडिया रिर्पोटर व  स्वच्छता कर्मी निश्चित मानको को प्रयोग कर  अपनी जान जोखिम डालकर पूरी तन्मयता से इस बीमारी के विस्तार को कम करने का प्रयास कर रहे है। 

वर्तमान समय में हर देश लाॅक-डाउन की समस्या से दोचार हो रहा है तथा इसको रोकने प्रयास किया जा रहा है। अभी भारत में यह वायरस स्टेज-3 अर्थात सामुदायिक प्रसार पर नही पहुंचा है।

ब्रिटेन की खुफिया रिपोर्ट में कोबरा एजेन्ट ने यह खुलासा किया है कि लैब में तैयार किया गया है। ब्रिटिश सरकार ने चीन पर इस महमारी संकट को चीन पर कार्यवाही करने का मन बना रही है। अमेरिका ने इंटरनेशनल र्कोट में  चीन पर 30 ट्रिलियन डालर का मुकदमा किया हैं। 

कोरोना की महामारी से देश मे इस प्रसार को रोकने के लिए लाॅकडाउन कर युद्ध स्तर पर केन्द्र सरकार राज्य सरकार व अन्य प्रशासनिक अधिकारी चिकित्सक पुलिस अधिकारी व स्वच्छता कर्मियो ने जिस आपसी तालमेल व सामंजस्य का परिचय दिया है वह आगे आने वाले समय में एक उदाहरण प्रस्तुत करेगा।

यहां पर समाजसेवी संगठन बुद्धजीवी वर्ग मिडिया हाउस उद्योपति व फिल्म जगत के सितारे सब आगे आकर एकजुट होकर तन मन धन से देश को इस वायरस में मुक्त करने में अर्थिक व मनोवैज्ञानिक सहयोग दे रहे हैै।

 मोदी जी ने जनता कफर्यु, कोरोना से लड़ने वालो के सम्मान में ताली घंटी बजाने व 9 मिनट तक दिया या टार्च जलाने के आवाहन के द्वारा भारत की 130 करोड़ जनता को एक जुट किया। 

भारत ने सार्क देश  जी -7 देश व जी-20 देशो एक जुटकर इस महामारी से लड़ने के सामूहिक प्रयास का आवाहन किया है। कोविड-19 से लड़ने के लिए 10 मिलियन डाॅलर का फंड दिया है। पीएम केयर फंड में करोड़ो रूपये का दान दिया जा रहा है। निश्चय ही हम इस संक्रमण को जल्द ही समाप्त कर दिया जायेगा। 








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Hi. I’m Madhu Parmarthi. I’m a free lance writer. I write blog articles in Hindi. I write on various contemporary social issues, current affairs, environmental issues, lifestyle etc. .

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